भारत में सब्जियों का इतिहास
नमस्कार दोस्तों मैं सिकंदर राय | जैसा की आप सभी जानते है की हमारे दैनिक
जीवन में सब्जियों का बारा ही महत्व है | क्या बालक और क्या बृद्ध, सभी लोगो के
आहार में सब्जियों का समावेश, उन्हें सवस्थ बनाये रखने के लिए आवश्यक है | भारत
में 3.64 मिलियन हेक्टेयर भूमि में फलों की खेती होती है तथा 5.3 मिलियन हेक्टेयर
भूमि में सब्जियाँ उगाई जाती हैं | इस प्रकार हमारी केवल 1/3 आवश्यकता ही पूर्ण हो
पाती है | भारत का विश्व में फलों के उत्पादन में प्रथम स्थान तथा सब्जी उत्पादन
में दूसरा स्थान है |
Vegetables Name |
भारत जैसे देश में, जहाँ
अधिकतर संख्या शाकाहारी है, सब्जियों का सब्जियों का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है
| आहार विशेषज्ञों के अनुसार प्रतेक ब्यक्ति को प्रतिदिन 283 ग्राम सब्जी (113
ग्राम पतीदार सब्जियाँ, 85 ग्राम आलू, गाजर, ताना-जर वाली सब्जियाँ तथा 85 ग्राम
अन्य सब्जी जैसे टमाटर, बैगन आदि ) खानी चाहिए परन्तु हमारे देश में प्रति ब्यक्ति
प्रतिदिन केवल 30-80 ग्राम ही सब्जी उपलब्ध हो पाती है | पुरे भारत देश में
सम्पूर्ण खेती योग्य क्षेत्र के केवल 1.2% भाग में सब्जी की खेती होती है जिससे
सब्जियों का उत्पादन कम होता है | संतुलित आहार और स्वास्थ्य के अनुरक्षण के लिए
सब्जियाँ बहुत ही आवश्यक हैं | मांस, पनीर तथा अन्य वसीय खाद्य पदार्थो के पाचन के
दौरान बने अम्लो को निष्प्रभावी करने के लिये सब्जियों का सेवन आवश्यक है | ये
कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन और खनिज तत्वों की पूर्ति भी करती हैं |
green vegetables |